New Year Ki Shayari
New Year Ki Shayari
2020
New Year Ki Shayari यह आपको नए वर्ष के अवसर पर माँ जैसे शब्द का अर्थ सही मायिने में बताने वाली कुछ शायरिया आपको पढ़ने मिलेंगी। मैं आशा करता हूँ और मैं सिर्फ आशा ही कर सकता हूँ। इन शायरी को जरूर पढ़े ये शायरिया आपको जरूर पसंद आएगी।
1.
किसी ने पूछा के माँ बगैर कैसा लगता है,
जनाब की जीकर देखो उजाले से भी डर लगता है।
कदम कदम पर खंजर रखे थे मेरे अपनों ने,
पर इन्ही खंजरों पे चलकर मेरी माँ ने मुझे पाला है।
2.
एक नदी बरसात के पानी से खारी हो गयी
सोचते ही सोचते मेरी रात काली हो गयी
और की थी जिसने परवरिश गैरों के बर्तन मांजकर
आज वही माँ कई बेटों पर भारी हो गयी।
3.
मेरी कलम बस अधूरा लिखती है क्यूंकि उसे पता है।
मेरी अधूरी शायरी को सिर्फ माँ ही पूरा करती है।
और मेरी दुआ, सलाम, नमस्कार कबूल करना यारो
क्यूंकि मेरी माँ आपके लिए भी दुआ करती है।
4.
सोचता हूँ कुछ लिखू उसके लिए जिसने दिया मुझे जन्म
चाहे हालात जैसे भी हो हस्ते हस्ते सहे सारे गम
अपनी रातो की नींद ख़राब कर्ली मुझे सुलाने के लिए
उस माँ को सलाम जिसने सही सारे दुःख मुझे हँसाने के लिए।
5.
दोस्तों गौर कीजियेगा इस शायरी में New Year Ki Shayari
"क्यूंकि दीवारे शिकायत कर रही है माँ के जाने की "
तुमने मुझे इतना पक्का क्यों बनवा दिया
आरे माँ को देख मैं झड़ झड़ कर रोना चाहती हूँ।
और सुनो मेरी एक आखरी ख्वाइश पूरी कर देना।
मुझे आदत हो गयी थी उसके सुख और दुःख में साथ रहने की
जब उसकी कबर बनाओ तो मुझ में से कुछ ईटे निकाल कर लगा देना।
6.
खुदा को भी अंदाजा नहीं था होगा की मुझे कुछ इस तरह सुनाई दिया होगा।
जब कांधा दे रहा था माँ की आर्थि को की कहने लगी
कांधा किसी और को दे देना थक गया होगा।
और कहने लगी खाया पिया है की यही समशान चला आया है।
और नालायक इतनी धुप हो रही है फिर भी नंगे पाँव चला आया है।
7.
बेटा कहने लगा अपनी माँ से की आपकी बार घर मै तेरे लिए पायल लेकर आऊंगा।
और दिलवाऊंगा सबसे महँगी चूड़ी बस मुझे जी भर से देखने के चक्कर में
तेरे तवे पर जल गयी थी जो पूरी रोटी।
सुन तेरी सारी उंगलिया तो ठीक है ना घर बार की छोड़ यै
माँ तू ठीक तो है ना। माँ तू ठीक तो है ना।
मेरे दो दो कहने पर भी तू रोटियां डाल देती थी तू चार
हर एक में रहता था तेरा प्यार और दुलार तेरा संसार
खाने में ऐसी लज्जत तो कही नहीं मिलती
पर जब भी तेरी कमी होती खालेता हूँ तेरे दिए आचार
अच्छा तुम बता रही थी वो चूल्हा पुराना हो गया है।
अच्छा उसकी सारी ईटे तो ठीक है ना।
माँ तू ठीक तो है ना। माँ तू ठीक तो है ना।
8.
सब कुछ मंगल हो मैं दही में चीनी डालकर खाकर आया हूँ।
अब चाहने वाले होंगे इस महफिल में,
आज मैं फिर माँ के हातों से संवरकर आया हूँ।
9.
उसके पल्लू ने ही न जाने कितने तुफानो को मोड़ दिया।
और छान के जहर को पल्लू से अमृत कर दिया।
और कल आया था वो समुन्दर मुझे डुबाने के लिए।
और माँ ने उसे भी पल्लू में समेटा और निचोड़ दिया।
10.
चौखट तक को पता न थी।
माँ तेरे इन दुखो की खबर सिर्फ इन दीवारों को थी।
और पायल भी चुन चुन कर के बजना भूल जाती।
पर भनक तो उसे भी तेरे पाँव के चालों की ना थी।
Note :- यह शायरिया मेरे खुद की लिखी नहीं है। मैंने इन शायरियोंको इकट्ठा करने का काम किया है। मैंने इन शायरियों को सुना तो ऐसा लगा की इन शायरियों को नए वर्ष के शुभ अवसर पर लोगों के साथ शेयर करना चाहिए। तो आपको New Year Ki Shayari कैसी लगी कमेंट करके बताये।
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